Friday, 3 February 2017

online test paper-3

1. पी.टी. उषा की आत्मकथा का क्या नाम है?
उड़न परी
धावक परी
माय स्ट्रगल
गोल्डन गर्ल

2. `कार्बन` का अधिकतम प्रतिशत किस्में होता है ?
पीट
लिग्नाईट
एन्थेसाईट
बिटुमिनस

3. ग्रीन हाऊस इफैक्ट` के लिए इनमें से कौन से गैस प्रभावी है ?
कार्बन मोनो ऑक्साइड
ऑक्सीजन
कार्बन डाई ऑक्साइड
नाइट्रोजन

4. स्वतन्त्र भारत के प्रथम भारतीय गवर्नर जनरल कौन थे?
लॉर्ड माउण्टबेटन
चक्रवर्ती राजगोपालाचारी
जवाहरलाल नेहरू
डॉ. राजेन्द्र प्रसाद

5. `उर्जा का स्रोत` के (अधिकतम प्रभावी) कौन सा है?
पेट्रोलियम
पौधे
लकड़ी
सूर्य

6. प्रथ्वी को कौन से परत सूर्य की `अल्ट्रा वॉयलट` किरणों से बचाती है ?
ओजोन परत
नाइट्रोजन परत
ऑक्सीजन परत
कार्बन डाई ऑक्साइड

7. प्रथम मैराथन विजेता कौन हैं?
पाव नूरसी
अबेवे बिकिला
जैकोपोट
उपरोक्त में से कोई भी नहीं

8. निम्न राष्ट्रपतियों में से किनका चयन निर्विरोध हुआ था?
डॉ. राजेन्द्र प्रसाद
डॉ. संजीव रेड्डी
व्ही.व्ही. गिरि
डॉ. राधाकृष्णन

9. इनमें से कौन सी मिश्रित धातु `चुम्बक` बनाने के लिए प्रयोग में लाइ जाती है ?
ब्रांज (कांसा)
अलिनको
सोल्डर
इनमें से कोई नहीं

10. इनमें से कौन सा `जैविक रूप` से नष्ट नहीं होता है ?
चमड़ा B. C. D.
साबुन
गोबर
शीशा (ग्लास)

11. अन्तर्राष्ट्रीय तिथि रेखा क्या है?
वह रेखा जिसके द्वारा संसार के समस्त देशों की तिथि निर्धारित की जाती है। C.
वह रेखा जिसका समय ग्रीनविच समय से 24 घंटे पीछे होता है।
वह रेखा जिसका समय ग्रीनविच समय से 24 घंटे आगे होता है।
वह रेखा जिसके दोनों ओर के समय में 24 घंटे का अन्तर होता है।

12. 1857 का आन्दोलन किस स्थान से प्रारंभ हुआ?
कानपुर से
मेरठ से
लखनउ से
झाँसी से

13. इनमें से कौन सा जीव `रेप्टाइल` है ?
छिपकली
कंगारू
हाथी
गैंडा

14. बिहारी किस काल के कवि हैं?
वीरगाथा काल
रीति काल
भक्ति काल
आधुनिक काल

15. सिन्धु घाटी सभ्यता के लोग किस देवता की पूजा करते थे?
विष्णु
इन्द्र
पशुपति
अग्नि

16. इनमें से कौन-सा जीव 'एक कोशकीय` प्राणी है ?
केंचुआ
अमीबा
सांप
हाईड्रा

17. भारत में संसद का क्या तात्पर्य है?
लोक सभा
राज्य सभा
लोक सभा और राज्य सभा
लोक सभा, राज्य सभा तथा राष्ट्रपति

18. वर्ण व्यवस्था का आधार क्या है?
जन्म
कर्म
जन्म और कर्म
उपरोक्त में से कोई भी नहीं

19. स्वर्णिम चतुर्भुज योजना क्या है?
भारत की प्रगति से सम्बन्धित योजना
चार महानगरों की प्रगति से सम्बन्धित योजना
चार महानगरों को जोड़ने वाली सड़क परियोजना
उपरोक्त सभी

20. अनुसूचित बैंको का पंजीयन करने का अधिकार किसे है?
वित्त मन्त्रालय
भारतीय रिजर्व बैंक
भारतीय स्टेट बैंक
बैंकिंग रिक्रुटमेंट बोर्ड

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Correct answers:

Thursday, 2 February 2017

राजस्थान भूगर्भिक शैल संरचना

  • राजस्थान में आर्यन महाकल्प से लेकर अभिनूतन युग तक की भूगर्भीय शैली संरचनाएं पाई जाती हैं।
  • राजस्थान की भू-गर्भिक संरचना भारत के अन्य राज्यों की तुलना में विशिष्ट है क्योंकि जहां एक ओर प्राचीनतम प्री -कैंब्रियन युग की शैलों से युक्त अरावली पर्वतमाला है तो दूसरी ओर वायु द्वारा जमा की गई अत्याधुनिक मृदा।
  • अरावली पर्वतमाला में एक और जहां प्राचीन ग्रेनाइट एवं नीस के शैल है वही उसी के साथ साथ देहली एवं विंध्य समूह के शैल भी मौजूद हैं।
  • हाड़ोती का पठार,मालवा के पठार का ही एक भाग है।
  • आर्यन तथा प्री कैंब्रियन योग्य संरचनाओं का हादसा दृष्टिगोचर होना राज्य के महत्वपूर्ण भूगर्भीय की विशेषता है।
  • राजस्थान की भूगर्भीय संरचना में भौमकीय कालानुक्रम में परिवर्तन आए हैं, जो यहां की शैल संरचना में स्पष्ट दृष्टिगोचर होते हैं राजस्थान की भूगर्भिक संरचना का वर्णन क्रमशः आद्य महाकल्प,पुरजीवी महाकल्प, प्राद्यजीवी महाकल्प के रुप में किया जाता है।
  • आद्य महाकल्प जो 42,500 से 4,5000 लाख वर्ष प्राचीन है,इसके संदर्भ में अरावली पूर्व एवं कैंब्रियन पूर्व को वर्णित किया जाता है। कैंब्रियन पूर्व के अंतर्गत रावली महासंघ एवं देहली महासंघ आते हैं।
  • पूरा जीवी महाकल्प के संदर्भ में विंध्य महासंघ एवं परमियान कार्बोनिफेरस( बाप बोल्डर बैड व् भादुरा कालूकाश्म) को वर्णित किया जाता है।
  • प्राद्यजीवी(नवजीवी) महाकल्प को जीवाश्म, अश्वंवैन्यासिक एवं हिमनदन की घटनाओं के आधार पर तृतीयक कल्प व क्वार्टरनरी(चतुर्थक) कल्प में विभक्त किया गया है।
  • तृतीयक (टर्शियरी) कल्प के शैल समूह मुख्यतः नागौर, बीकानेर ,जैसलमेर एवं बाड़मेर जिले में बालुकाश्म,जीवाश्म युक्त चूने का पत्थर, बेंटोनिटिक मृदिकाए, मुल्तानी मिट्टी एवं लिग्नाइट आदि रूप में विद्यमान है।
  • राजस्थान की प्राचीनतम चट्टाने ‘बैंडेड- नाइसिक- कॉन्पलेक्स’है जो आर्कियन युग के जालोढ निक्षेप एवं बालूका स्तरिकी के रूप में है। यह चट्टाने भीलवाड़ा, चित्तोड़गढ़, राजसमंद एवं उदयपुर जिले में पाई जाती है।
  • अरावली पर्वत श्रंखला कैंब्रियन पूर्व युग की अरावली एवं दिल्ली महासंघ के कायांतरिक चट्टानों प्रमुखत: नाइस, शिस्ट, क्वार्टजाइट,संगमरमर इत्यादि से बनी हुई है।
  • जोधपुर एवं नागौर जिले में स्थित मारवाड़ महासंघ के बालूका पत्थर एवं चूना पत्थर के निक्षेप प्रोटोरोजाइक काल के है।
  • राज्य के दक्षिणी-पश्चिमी भाग में विस्तृत मालाणी आग्नेय श्रंखला के तहत रायोलाइट एवं जालौर- सिवाना ग्रेनाइट के जमाव मिलते हैं।
  • जैसलमेर एवं बाड़मेर जिलों में पीले पत्थर का जमाव मिलते है।
  • आर्कियन जलोढ़ चट्टानों की सबसे विस्तृत पेटी आमेट (राजसमंद) से खेतड़ी (झुंझुनू) तक के 300 कि. मी. की लंबाई में पाई है, जो ‘सांडमाता कॉन्पलेक्स’ कहलाता है।
  • अरावली महासंघ की चट्टानें जोकि 20 से 25 हजार लाख वर्ष पुरानी है कांकरोली (राजसमंद) से बांसवाड़ा तक पायी जाती है। अरावली महासंग से सबसे पुरानी चट्टाने देबारी संघ की है। अरावली महासंघ के सबसे नवीन जमाव लूनावाड़ संघ के रुप में पाई जाती है।
  • रायलो संघ की चट्टाने जयपुर एवं अलवर जिलो में पाई जाती है इनके सबसे अच्छे जमाव टहला एवं बलदेवगढ़ के आस-पास मिलते हैं।
  • विंध्यन महासंघ की चट्टाने राजस्थान में निम्बाहेड़ा (चित्तौड़गढ़) से धोलपुर तक विस्तृत है इसमें चूना पत्थर,बलुआ पत्थर, शैल एवं शिस्ट के महत्वपूर्ण जमाव हैं।
  • राजस्थान में डेकन ट्रेप (क्रिटेशस लावा प्रवाह) के महत्वपूर्ण जमाव हाड़ौती क्षेत्र एवं मेवाड़ के दक्षिण- पूर्वी क्षेत्र मिलते हैं।
  • टर्शियरी (तृतीयक) महाकल्प के महत्पूर्ण जमाव जीवाश्म मय बालूका पत्थर, मृतिका एवं लिग्नाइट के रूप में जैसलमेर, बाड़मेर ,नागौर एवं बीकानेर जिलों में मिलते हैं।